PRESIDENT MESSAGE
ऋषि दयानन्द ने सत्यार्थ प्रकाश के द्वितीय समुल्लास में बताया है कि माता मनुष्य का पहला गुरु है। माता बच्चे का, समाज का, धर्म का, राष्ट्र का निर्माण तभी कर सकती है यदि विदुषी हो। इसी उद्देश्य को सम्मुख रखकर संत शिरोमणि स्वामी सर्वानंद महाराज